Thursday, September 18, 2008

Life and thoughts

"जिंदगी एक ऐसी किताब हैं, जिसके आधे पन्ने तो बीता कल लेकर भाग रहा है, और बाकी के पन्ने आने वाला कल चुप चाप छुपाए खड़ा हैं। न तो बिता कल हाथ आता हैं, ना ही आनें वाला कल कुछ बताता हैं।"

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